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Showing posts from 2018

मेरी निंदिया...

ढूंड लिया हर दिशा मे मैने खोजा हर इक कोना है अब ना खेल ख़िलावे ज़िंदगी मोय जीवन एक खिलोना है कुछ स्पष्‍ट नही है मुझको, क्या पाना क्या खोना है कोई लौटादे मेरी निंदिया मुझको जी भर के अब सोना है पूरब से कुछ पंछी बोले पश्चिम से कुछ बादल भी चैन गया अब खो इस दिल का, बह गया नैनो का काजल भी मखमल का बिस्तर भी जैसे काटो से भरा बिछोना है कोई लौटादे मेरी निंदिया मुझको जी भर के अब सोना है फूलों से थोड़ी खुशबू लेलू पेड़ो से थोड़ी छाओ भी है गम का सहर तो भरा हुआ, सूना है प्यार का गांवों भी आँधियरे के इस आलम मे ख़ुसीयों का बीज भी बोना है कोई लौटादे मेरी निंदिया मुझको जी भर के अब सोना है रात से एक सौदा हुआ है मेरा तुम ही मुझे सुलाओगी खो गयी जो मेरी निंदिया भीड़ मे ढूंड उसे तुम लाओगी हर पल हर दिन हर क्षण मुझकोअपने सपनो को संजोना है कोई लौटादे मेरी निंदिया मुझको जी भर के अब सोना है ravimusicpoems.blogspot.com

तुम नही समझ पाओगे…

मेरे बेचैन दिल के मर्ज़ को, मुझे घेरे है जो उस दर्द को बस तुमसे है जो उस अर्ज़ को, तुम नही समझ पाओगे मेरी चाहत की गहराई को, मेरे दिल की तन्हाई को हर लम्हे की रुसवाई को, तुम नही समझ पाओगे तेरे होने के एहसास को, इस दिल मे दबी उस प्यास को जो तुझसे चले हर साँस को, तुम नही समझ पाओगे ठुकराए हुए इस प्यार को, जो तुझसे मिली इस हार को इस अंजाने तकरार को, तुम नही समझ पाओगे जो मुझपे हुएँ हर वार को, सीने पे चली तलवार को मेरे खून से लिखे इस सार को, तुम नही समझ पाओगे मेरे दिल के हर उस कोने को, बस तेरा उसमे होने को कुछ पाकर भी कुछखोने को, तुम नही समझ पाओगे ravimusicpoems.blogspot.com

Tere Baad.....(Kya tum doge sath mera)

Jab Waqt chodd dega hath mera kya tum doge sath mera Jab rahen bhi kho jayegi Bas yaad tumhari aayegi Jab tanhai tadfayegi Kya tum doge sath mera Meri Neende jab udd jayegi aur Sapno se mud jayengi kahin Tumse ye jud jayengi kya tum doge sath mera khawahise bhi kam ho jayengi or aankhen nam ho jayngi Ye tumko dhoond na payengi Kya tum doge sath mera Dard samdar sa gahra hoga Kahin seene me tahehra hoga Or yaadon ka pahara hoga Kya tum doge sath mera Gam ke badal mandrayege Andhera sa kar jaynge Mujhe apne paas bulayenge Kya tum doge sath mera Phoolo me khusboo na hogi kaanton se bhari bas rah hogi Tumhe paane ki ek chaha hogi Kya tum doge sath mera Meri dhadkan jab ruk jayegi or palke jab jhukh jayegi Jannat ki gali le jayngi Kya tum doge sath mera ravimusicpoems.blogspot.com

कभी मैं खास था ...(Aap Ko Dekhkar)

कभी मैं खास था आम सा रह गया मेरे हाथों मे बस जाम सा रह गया हमने आँखों से आंशु ना बहने दिया देखते देखते ये जहाँ बह गया  आसमा के वो तारे गीने जा रहें एक मैं था ज़मीन पे पड़ा रह गया सबके हिस्से मे आए मकान ओर दुकान मेरे हिस्से मे बस रास्ता रह गया  हम लबों के सहारे बुलाते रहे वो इशारो मे सब हाल सा कह गया देखके उनको हम थे जिए जा रहे साँसों का दिल मे अब काम क्या रह गया ravimusicpoems.blogspot.com

Kon Ho Tum

अगर मैं वो नही तो मैं कौन हूँ अगर तुम वो नही तो कौन हो पहले नही हुवा कभी जो आज हुआ है तेरी याद आई ओर दिल को गम ने छुआ है अब इतीफ़ाक़ कहो या मेरा प्यार तुम्हे यहा लेके आया अब तो सपने भी तेरे है ये किसकी दुआ है मैं कह तो नही पा रहा हूँ बस घुट के जिया जा रहा हूँ ज़हर सा घुला है सांसो मे एक तरफ़ा पिए जा रा हूँ नही होता है हर बार जैसा इश्स बार हुआ है अब कहते तो सब यही है क्या मुझे भी प्यार हुआ है गैरो से मिलना तेरा मुझसे बात भी ना करना मुझसे नज़र फेर के जाना सब से आँखें चार करना ये वक़्त तेरा है तू जो मर्ज़ी दिलदार कर मुझ मे होसला नही होता तेरे तरले हर बार करना मैं खुद को देखता हूँ हर बार जब तुझे देखता हूँ तू नज़र आ जाए आईने मे मैं काई बार देखता हूँ अब तो हालत कुछ ऐसे है तेरे ना होने पर मेरे यार सुबह देखता हू शाम देखता हाउ हर पहर देखता हूँ कभी होंगे रु-ब-रु यही आस रखता हूँ तू भी मूड के देखे हर लम्हा पास रखता हूँ सीने से साँसे गर निकल भी जाए मेरे तुझसे मिलने के लिए बचा कर एक साँस रखता हूँ...… अगर मैं वो नही तो मैं कौन हूँ अगर तुम वो नही तो कौन हो

Bas Tu

Teri hansi ke har lamhe  me, tere Gam ke har ehsaas me Ruth jana choti c baat pe, khushi milti hai har ek saans pe Hamesha aasma me dekho, Apni manjil nazar aaye Khuda khud aaye jami pe aur khusiya rakh de tere hath pe Tumhe rukna nahi abhi chalte jana hai Apne hosla se manjil ko pana hai Ghabrana mat raaho ke kaante dekhkar Inhi kaanto me kal koi phool khil jana hai Jo socha hai tumne jarur paoge Apni takdeer se bhagkar kha jaoge Andhera gar nirash karega tumhe Jalte hue chirago ka kafila sajaoge Barish khushiyo ke is qadar tumhe bhiga degi Nazron se aujhal na hogi, bas wafa degi Saja lena ghar aangan in khusiyon se Khushi se aankh chalak jaye itna pyar barsa degi Tere chahere pe muskaan ho chahe gam mere ho Gam na ho aanchal me tere chahe aankhen nam meri ho Tu paye wo jo tu is duniya se chahati hai Ek pal ki to baat nahi chahe...kuch pal ki deri ho

एक सपना

होठों से वो बात ना निकली मेरे जो आँखों ने बयान की है इतनी खुशी नही माँगी खुदा से जो बिन माँगे दी है तू ज़रिया जैसे जीने का हर पल यही याद दिलाता है रब याद मुझे चाहे हो ना हो तेरा नाम लबो पे आता है जब कभी कभी तुम भूले से रवि कहकर मुझे बुलाते हो  एक पल को सामने होकर भी अगले ही पल खो जाते हो रस्तो का सफ़र ही जीवन है मंज़िल तक किसको जाना है मेरे दिल मे कोई अरमान नही सिवा इसके तुम्हे बस पाना है हर मौसम मे चहेरा तेरा फुलो की तरह खिलता है जब तुम खिल के मुस्काती हो मेरे दिल को सुकून मिलता है मेरी हर बात अधूरी होती है पर अपनी सब कह जाते हो कब दिल की चोखट तक आओगे जैसे सपनो मे आते हो……… ravimusicpoems.blogspot.com

Chahat Teri

तेरी चाहत मे आज हम, बन के दीवाने चल दिए हमको ना था ये पता, खुद को मिटाने चल दिए खुसबू तेरी, तेरा बदन, आँखें तेरी, माने ना मन चेहरा तेरा जैसे विमल, होठ तेरे जैसे खिलता कॅमल  हमने जो देखा एक नज़र से, सब कुछ भुला कर चल दिए तेरी चाहत मे आज हम, बन के दीवाने चल दिए हमको ना था ये पता, खुद को मिटाने चल दिए मेरे ख़यालो मे सूरत तेरी, मिल जा मुझे है ज़रूरत तेरी नही जी पाऊ्‍गा तुझसे जुदा, रूठा है क्यू मुझ से मेरा खुदा माँगी थी मैने खुशिया खुदा से, गम संग चल दिए तेरी चाहत मे आज हम, बन के दीवाने चल दिए हमको ना था ये पता, खुद को मिटाने चल दिए तुमसे मिला तो जाना मैने, प्यार होता है क्या ये माना मैने मेरे मोहब्बत है तेरे लिए, जैसे बनी हो तू मेरे लिए पहले तो जैसे फिकी थी ज़िंदगी तुमसे जुड़ा तो रंग चल दिए तेरी चाहत मे आज हम, बन के दीवाने चल दिए हमको ना था ये पता, खुद को मिटाने चल दिए https://ravimusicpoems.blogspot.com/

Saaaya.....( A Shadow)

मुझे छोड़ कर तुम जाओगे कहाँ मैं  हू तेरा मुझे पाओगे वहाँ अगर यकीन नही था मुझ पर, एक बार कहा तो होता मेरे दिल ने तेरा दिया वो दर्द ना सहा होता सुकून देना चाहा था बस मैने दिल को तेरे वरना अपना दिल देके तुझे, तेरा दिल लिया ना होता नींदे थी मेरी पर सपने तेरे थे तू करीब थी बस दिल के, दूर अपने मेरे थे पा ना सका मैं प्यार तेरा क्या कमी थी मुझमे जब होश मे थी दुनिया सारी, वो हालत मुझे घेरे थे अब भी कोई रंजिस है तुझे तो शौक़ से पूरी कर मैं सामने पाता हू तुम्हे तो दिल को लगता है डर कहीं हो जाए कोई गुनाह ना मेरी नज़रो से अपनी नज़रो को अब मेरे चहरे से दूर तो कर सुबह भी होगी इस अंधेरी रात के बाद  कुछ भी याद नही मुझे उस मुलाक़ात के बाद फिर तेरे रास्ते नही आऊगा मैं कभी तनहा रहना अच्छा लगता है तेरे साथ के बाद तुमसे सीखा है मैने वो अदब ज़िंदगी का जान गया हू मैं होता क्या है सबख आशिकी का सोचता हू उस वक़्त मैं तुमसे ना मिला होता सबब ना ढूंड रा होता आज मैं तेरी बंदगी का हो भी गये अगर रुखसत तुम मेरे दिलो दिमाग़ से दिल होता है रोशन प्यार से, मगर जल

ऐतबार

सब कुछ है मेरे पास बस जैसे तु नही है ख़ाली पडा है जिस्म जैसे रुह नही है टुट सा गया हु आके होंसला तो दे वफा कर या नफरत कुछ सिला तो दे ना मुझे चैन , ना जी ही पा रहा हु गर हो सके मुझे जीने की वजह तो दे सूरज डुबा है जैसे मेरे ख्यालो का दरबदर डुन्ड्ता हु निसां तेरे उजालो का मेरी मासुमियत को मेरी कमजोरी समझा किया तुने तु बता लाउ कहाँ से जवाब मैं तेरे सवालो का अब मैं हू तो तुझको विश्वास है मेरे प्यार का कल जब मैं नही हुंगा वास्ता देगा कौन यार का ळोगो को नफरत होगी अपनी उस जीत से जब वो देखेंगे सिलसिला मेरी हार का वो कुछ पल देंगे साथ तेरा फिर खिंचेंगे हाथ तेरा भीड तो बहुत होगी मगर कोइ अपना नही होगा उस पल तुम याद करोंगे प्यार मेरा जब तक तुझे ऐतबार होगा मेरा सीना ज़ख्मो से तार तार होगा जो छलकेंगे बनकर आंखो से तेरी वही तेरे दिल मे मेरा प्यार होगा जब जब हम मिलेंगे इस दुनिया मे बार बार होगा  हर बार होगा  https://ravimusicpoems.blogspot.com

Dard

Mere kahe hue har sabd ko  Unhone dil me dabadar rakha Ye jana bhi nahi ke dard hamko bhi hua hai Zakhm tha hamne jo chupakar rakha Koi bhi kami thi gar mujh me Mujhse kha hota  Gar Manjur nahi tha mera hona To kyo apna bana kar rakha Ham to jee lete the  Bas unki ek muskan par Par unko nahi aitbaar tha hampe Jinko tha palko par Saja kar rakha Ab to bas gam hai tanhai hai  Charo taraf jaise andera chaya hai Main khud ko na de paya roshni kabhi Lekin unka jeevan hamesha Jagmagakar rakha Ab tum hi batao kya main galat tha Ya mera vaham tha, Ke tum sahi the Sanse bankar chalte the tum sine me mere Aur Dil me tha dhadkan banakar rakha https://ravimusicpoems.blogspot.com/

Ek Ilteza

Aye Khuda Ek ilteza hai tujhse meri Meri aane wali khushi chahe meri na ho Usko aane wala gam tu mera karde Jo mere dar tak aajaye khushi Us khushi ko uska karde Uski aankon me na dekhu main nami Uss nami se aanken tu meri tar karde Wo mere Dil me basta hai  Usme basti jaan meri Jaan Nikal na jaye meri kahin Usse pahale tu sab use hansil karde Muskurana maine ussi se sikha hai Dard chupana maine ussi se sikha hai Meri raahe sun_saan rah jaye magar Uske lamho ko tu jaise mahfil karde Uski Chahere ki chamak is dil ko dewaana kar degi Har din ko sunahra ratoon ko wo Ujala kar degi Us saksh ko na de tu wo gam mere khuda Chahe mere khali daman ko tu gam se bharde Meri aane wali khushi chahe meri na ho Usko aane wala gam mera karde.......Aye Khuda https://ravimusicpoems.blogspot.com/

Chaahat... Ek Adhuri Kahani

मेरे लफ़्ज़ों से नही होती है बयान मेरी चाहत  कुछ पल मुझे अब खामोश रहने दो जो मेरे दिल मे है,  दिमाग़ इजाज़त नही देता    मुकम्मल हो मेरी खावहिश, इबादत कर तो लेने दो रास्तों का क्या है, आज और कल मे बदल जाएँगे  सफ़र के है हम, सफ़र हमारा है संभल जाएँगे अब हर मौसम से ना ले दुश्‍मनी ए ज़िंदगी मैने कुछ पल तो बिताए है यहा, बाकी भी निकल जाएँगे मुझको बस इतना बता, कौन है वो जो तुझको प्यारा है जिसके लिए मुझसे मिलना भी हुआ गवारा है हुआ एक तरफ़ा तुझसे प्यार मुझे  मैने अपना सब कुछ तो तुझपे वारा है जिसे मैं समझता आया हू मोहब्बत की डगर अब आने लगे मुझको बस काँटे ही नज़र चाहे ना दे मुझको तू मरहम ए मेरे दोस्त इस र हा  पे चलने का होसला दे मगर लोग लिया करते थे साँसे जिंदा रहने के लिए अब कुछ है ही नही मेरे पास, तुमसे कहने के लिए करूँगा क्या मैं अब इन सांसो का तू ही बता जिनमे तेरा प्यार ना राज़ी हो अब बहने के लिए आज हंसते है मुझ पर, जिन्हे कल मुझपे ऐतबार था भूल थी वो मेरी, मैं समझा मुझसे प्यार था सुबह से कर लेता था शाम उसके एक दीदार को माला फुलो की नही थी वो, कांटो कर ह

Anhoni....Safar Zindgi Ka

Bhigi Thi Meri Aanken Jisme Fir Wahi Barsat Hui Hai Ye Anhoni Jo Hoti Hai  Mere Hi Sath Hui Hai Ab Subah Ka Intezaar Tha Mujhko  Fir Andhera Sa Chaya Hai Jo Bhul Gaya Tha Main Pahale Hi  Gam Ne Malhar Sunaya Hai Sapne Bhi Mujhse Ruthe Hai  Aisi Kya Baat Hui Hai Ye Anhoni Jo Hoti Hai  Mere Hi Sath Hui Hai Ek Panchi Udna Chahata Tha Neele Badal Ke Niche Se  Udna To Bas Se Bahar Hua  Gujar Rha Hai Galiyo Aur Kucho Se Ab Koi Zara Puche Usse  Kya Se Kya Aukat Hui Hai Ye Anhoni Jo Hoti Hai  Mere Hi Sath Hui Hai Ghar Bana Tha Uska Bhi Tinko Se Gujre The Mahine - Din Kho Ke Dekha Nahi Tha Usne Bhi Soke Ankhen Nam Thi Bas Ro-Roke Thak Har Ke Halat Ab Uski  Bahut Hi Nasaz Hui Hai Ye Anhoni Jo Hoti Hai  Mere Hi Sath Hui Hai Ab Apne Ghar Tak Jaane Me Apno Ka Sahara Leta Hai Jo Kuch Bhi Kamaya Jeevan Me  Sab Unko Ada Kar Deta Hai Ab Bebas Hai Laachar Sa Hai Saanse Dil Se Bahar Hui Hai  Ye Anhoni Jo Hoti Hai  Mere Hi Sat

SHIVA

Shuk Prapti Ke Karak Hai Shiv Is Jag Ke Sangharak Hai Shiv Himalaya Pe Virajmaan Hai Shiv Kal Bhi The Aur Aaj Hai Shiv Shareer Ke Andar Aatma Hai Shiv Pram Pitah Parmatma Hai Shiv Andhere Me Jalti Jyoti Hai Shiv Pathar Ko Bana Dete Moti Hai Shiv Vedo Me Ved Puraan Shiv Tino Loko Me Mahan Hai Shiv Gajanan Ke Pitr Hai Shiv Sur Asuro Ke Mitr Hai Shiv Bhagto Ke Liye Bhagwan Hai Shiv Ek Anantkay Brahamand Hai Shiv Anatho Ke Nath Hai Shiv Apne Bhagto Ke Sath Hai Shiv Tri Netrdhari Hai Shiv Nandi Ki Karte Sawari Hai Shiv Maa Gora Ke Swami Hai Shiv Om Namah Antaryami Hai Shiv Bhasm Rame Bhagambar Hai Shiv Dharti Bhi Ambar Bhi Hai Shiv Devo Ke Dev Mahadev Hai Shiv Neelkanth Bhudev Hai Shiv ravimusicpoems.blogspot.com